November month Current Affairs Magazine- DOWNLOAD NOW |
SBI Clerk Eligibility Criteria in Hindi |
बैंक पी.ओ क्या है?
ऐसे उम्मीदवार जो अपने लिए करियर की संभावना का चयन करने के क्रम में बैंक पीओ की जॉब को चुनने की योजना बना रहे हैं, उन्हें यह समझना जरुरी है कि बैंक पी.ओ वास्तव में क्या है ? बैंक पी.ओ बैंकिंग क्षेत्र के अधिकारी संवर्ग के अंतर्गत आने वाला एक पद है. इसे ऐसे समझिये कि पी.ओ या प्रोबेशनरी ऑफिसर एक ऐसा गजेटेड पद है जहां उम्मीदवारों को चयन के बाद सीधे देश के प्रमुख बैंकों में अधिकारियों के रूप में भर्ती किया जाता है.Check out the List Of Nationalized Banks In India.
बैंक पीओ का फुल फॉर्म क्या है ?
- बैंक पी.ओ का फुल फॉर्म ''बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर'' होता है. यह देश में सबसे प्रतिष्ठित और अत्यधिक स्वीकृत जॉब प्रोफाइल्स में से एक है.
- यह बैंक परीक्षाओं में सबसे अधिक मांग वाली परीक्षाओं में से एक है.
- बैंक पीओ के लिए होने वाली आगामी परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को विभिन्न बैंकों में भर्ती प्रक्रिया के लिए नवीनतम अधिसूचनाओं और महत्वपूर्ण तिथियों की नियमित जांच करते रहना चाहिए.
प्रोबेशनरी ऑफिसर का पद वह होता है जिसे बैंकिंग के क्षेत्र में जॉब की तलाश करने वाला हर उम्मीदवार हासिल करने का प्रयास करता है. इसकी प्रवेश परीक्षा उच्चतम स्तर की होती है और इसके लिए देश भर में परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं.
Attempt Free Mock Tests- Click Here
बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) के कार्य -
बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) की जॉब युवाओं के लिए एक सबसे आकर्षक कैरियर विकल्प है. इसे एक सफेद कॉलर वाली नौकरी के रूप में जाना और माना जाता है. यह जॉब उच्च करियर विकास और बैंकिंग में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएं प्रदान करती है. और आइए अब हम जानते हैं कि बैंकों में चयन कोने के बाद कैंडिडेट किस तरह से काम करते हैं.- प्रोबेशन पीरियड (परिवीक्षा अवधि) जो 2 साल के लिए होती है, के पूरा होने से पहले कैंडिडेट को बैंक से संबंधित किसी भी प्रकार की गतिविधि को करने के लिए कहा जा सकता है. यह एक्टिविटी क्लर्क या असिस्टेंट या कोई और प्रकार की जॉब हो सकती है. ये कार्य कैंडिडेट से उन्हें बैंक की विभिन्न कार्य प्रक्रियाओं से परिचित कराने के लिए किया जाता है.
- प्रोबेशन पीरियड (परिवीक्षा अवधि) के दौरान कैंडिडेट को फाइनेंस (वित्त), एकाउंटिंग (लेखा), मार्केटिंग (विपणन), बिलिंग के साथ-साथ इन्वेस्टमेंट (निवेश) में व्यावहारिक ज्ञान रखने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. यह कार्य उन्हें विभिन्न श्रेणियों की नौकरियां जैसे- कोई भी नियमित कार्य जैसे स्क्रॉलिंग, पोस्टिंग, अकाउंट प्रिपरेशन (खाता तैयार करना) आदि सौंपकर किया जाता है.
- पी.ओ की एक अन्य जिम्मेदारी पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (जनसंपर्क अधिकारी) के रूप में काम करना, कस्टमर की शिकायतों को देखना और ग्राहकों से संबंधित विभिन्न मुद्दों जैसे खातों में विसंगतियों, अनुचित शुल्कों में सुधार और बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के संबंध में शिकायतों को देखना भी है.
- बैंक पी.ओ के कार्य में मैनेजरियल टास्क (प्रबंधकीय कार्य) भी शामिल होता है, जैसे क्लर्कियल वर्क्स का सुपरविजन (लिपिकीय कार्य का पर्यवेक्षण) करना, बैंक के बेनिफिट्स के लिए निर्णय लेना, कैश बैलेंस का प्रबंधन देखना आदि.
- कैंडिडेट लोन (ऋण) से सम्बंधित दस्तावेजों का ध्यान रखता है और आवश्यकता पड़ने पर ऋण लेने वाली पार्टीज की साइट पर विजिट भी करता है.
- एक पीओ का कार्य बैंक क्लर्क द्वारा किए गए सभी कार्यों का सत्यापन करना भी होता है. बैंक के सभी लेन-देन में उसकी मेकर और चेकर की भूमिका शामिल होती है. उदाहरण के लिए, कैश के ट्रान्जेक्शन में, यदि क्लर्क मेकर है, तो पीओ चेकर है. और लोन के मामले में, आम तौर पर वह मेकर होता है जबकि बैंक मैनेजर यहाँ चेकर की भूमिका में होता है. नुकसान की पूरी जिम्मेदारी चेकर के पास रहती है.
- यह अपेक्षित या प्रत्याशित होता है कि एक पीओ को बैंक के सभी नवीनतम विकास के बारे में जानकारी होनी चाहिए. एक बैंक पी.ओ को सभी सर्कुलर को पढ़ना आवश्यक है और उन्हें बैंक मैनेजमेंट के द्वारा लिए गए सभी निर्णयों के बारे में भली भांति पता होना चाहिए. सभी तथ्यों को देखने के बाद हम यह कह सकते हैं कि अन्य सरकारी नौकरियों की तुलना में बैंक पी.ओ की जॉब में करियर ग्रोथ की संभावना बहुत अधिक होती है. यह एक ऐसा फील्ड है जिसमें आप अपने कौशल और प्रदर्शन के आधार पर, शीघ्रतापूर्वक सफ़लता की सीढियाँ चढ़ सकते हैं और पदोन्नत्ति के द्वारा अपने क्षेत्र में बहुत जल्दी उच्च स्तरीय बैंकिंग पदों को प्राप्त कर सकते हैं. इस क्रम में किसी चीज की आवश्यकता है तो वह है आपकी ओर से दृढ़ निश्चय और अच्छी तैयारी की, ताकि आप बैंक पीओ प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार को सफलतापूर्वक क्लियर कर सकें. बैंक पीओ बनने की इच्छा रखने वाले सभी व्यक्ति से यह नौकरी उच्च करियर विकास का वादा करती है.और आइए अब देखते हैं कि बैंक पी.ओ के लिए पात्रता मानदण्ड क्या है ?
अगर आप सरकारी नौकरी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको ऐसे ही अन्य लेख भी देखने चाहिए |
||
बैंक पी.ओ पात्रता मानदंड -
उम्मीदवारों के लिए यह जानना जरुरी है कि वे इस जॉब के लिए आवेदन करने के योग्य है या नहीं. बैंक पीओ परीक्षा के लिए आवेदन करने हेतु उम्मीदवारों को एक विशिष्ट पात्रता मानदंड को पूरा करना आवश्यक है.
बैंक पीओ पात्रता मानदंड -
राष्ट्रीयता - उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए.
आयु सीमा - बैंक पीओ परीक्षा के लिए आवेदन करने की सामान्य आयु सीमा 20 से 30 वर्ष के बीच है. हालांकि, अलग-अलग बैंक अपने पात्रता मानदण्ड में अलग-अलग आयु सीमा को स्थान देते हैं. आरक्षित श्रेणियों के लिए बैंक पीओ पात्रता के संदर्भ में आयु सीमा में छूट भी प्रदान की जाती है.
शैक्षणिक योग्यता - बैंक पीओ पात्रता को पूरा करने के लिए उम्मीदवार के पास सरकार से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से कम से कम स्नातक की डिग्री होना आवश्यक है.
NRA CET For Graduates Salary | IBPS RRB PO Salary | IBPS RRB Clerk Salary | What Is SBI PO Salary? |
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें
अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए उम्मीदवार सफलता के फ्री कोर्स की सहायता भी ले सकते हैं। सफलता द्वारा इच्छुक उम्मीदवार परीक्षाओं जैसें- CUET , UP लेखपाल, NDA & NA, SSC MTS आदि परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीदवार सफलता ऐप से जुड़कर अनलिमिटेड फ्री मॉक-टेस्ट्स, ई-बुक्स और करेंट-अफेयर्स जैसी सुविधाओं का लाभ मुफ्त में ले सकते हैं।