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राष्ट्रपति पद का निर्वहन कब करता है उपराष्ट्रपति (List of Vice Presidents of India)
जब राष्ट्रपति का पद अचानक निधन, इस्तीफे, बहिष्कार, महाभियोग, या किसी अन्य दूसरे कारण से रिक्त हो जाता है तो अनुच्छेद-65 के तहत तत्कालीन उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के सभी कर्तव्यों का निर्वहन तब तक करता है जब तक कि नया राष्ट्रपति अपना पद ग्रहण न कर ले. राष्ट्रपति के रूप में उन कर्तव्यों का निर्वहन करते समय उपराष्ट्रपति को वही वेतन, भत्ते एवं विशेषधिकार प्राप्त होते हैं जो भारत के राष्ट्रपति को प्राप्त होते हैं. हालाँकि जब उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है तो वह राज्यसभा के सभापति के कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करता है.List of Vice Presidents of India (भारत के उप राष्ट्रपतियों की सूची)
भारत के उप राष्ट्रपति | कार्यालय की अवधि | |
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सर्वपल्ली राधाकृष्णन (भारत के पहले उपराष्ट्रपति) | 13 मई 1952 - 12 मई 1957
13 मई 1957 - 12 मई 1962 |
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जाकिर हुसैन | 13 मई 1962 - 12 मई 1967 |
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वी.वी. गिरि | 13 मई 1967 - 3 मई 1969 |
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गोपाल स्वरूप पाठक | 31 अगस्त 1969 - 30 अगस्त 1974 |
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बीडी जट्टी | 31 अगस्त 1974 - 30 अगस्त 1979 |
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मोहम्मद हिदायतुल्लाह | 31 अगस्त 1979 - 30 अगस्त 1984 |
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आर. वेंकटरमण | 31 अगस्त 1984 - 24 जुलाई 1987 |
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शंकर दयाल शर्मा | 3 सितंबर 1987 - 24 जुलाई 1992 |
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केआर नारायणन | 21 अगस्त 1992 - 24 जुलाई 1997 |
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कृष्ण कांत | 21 अगस्त 1997 - 27 जुलाई 2002 |
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भैरों सिंह शेखावाटी | 19 अगस्त 2002 - 21 जुलाई 2007 |
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मोहम्मद हामिद अंसारी | 11 अगस्त 2007 - 11 अगस्त 2012
11 अगस्त 2012 - 10 अगस्त 2017 |
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वेंकैया नायडू | 11 अगस्त 2017 - 10 अगस्त 2022 |
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जजगदीप धनकड़ी | 11 अगस्त 2022 से |
उपराष्ट्रपति का चुनाव अनिवार्य
भारतीय संविधान के अनुसार देश के लिए उपराष्ट्रपति का चुनाव अनिवार्य होता है. संसद के ऊपरी और निचले दोनों सदन इस पद के लिए इच्छुक उम्मीदवारों को वोट देते हैं. भारत के पहले उपराष्ट्रपति ने 13 मई सन 1952 को भारतीय राष्ट्रपति भवन में शपथ ली थी. संविधान में इस पद की शुरुआत के बाद से भारत के 13 उपराष्ट्रपति हो चुके हैं. आइए डालते हैं एक नज़र भारत के उपराष्ट्रपतियों की सूची पर -1. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (प्रथम कार्यकाल – 13 मई साल 1952 से 12 मई साल 1957 तक)
सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन (5 सितंबर 1888 - 17 अप्रैल 1975) एक भारतीय दार्शनिक और राजनेता थे, जिन्होंने भारत के पहले उपराष्ट्रपति (1952-1962) और भारत के दूसरे राष्ट्रपति (1962-1967) के रूप में कार्य भार संभाला था. सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन ने 1911 में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से अपनी शिक्षा पूरी की. इसके बाद उन्होंने मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज में सहायक प्रोफेसर और बाद में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर के पद पर कार्य किया. इसके बाद उन्होंने साल 1918-1921 तक मैसूर विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर, साल 1921-1932 तक कलकत्ता विश्वविद्यालय में और साल 1936-1952 ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर कार्य किया. 1930 में उन्हें शिकागो विश्वविद्यालय में तुलनात्मक धर्म में हास्केल लेक्चरर नियुक्त किया गया. उनका दर्शन अद्वैत वेदांत पर आधारित था. उन्होंने भारत और पश्चिम के बीच एक सेतु-निर्माता के रूप में ख्याति अर्जित की. राधाकृष्णन को अपने जीवन के दौरान कई उच्च पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. साल 1962 से, उनका जन्मदिन भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. वह भारत के एकमात्र राष्ट्रपति हैं जो अपने खराब स्वास्थ्य के कारण दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं हो सके.2. जाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ)
जाकिर हुसैन खान (8 फरवरी 1897 - 3 मई 1969) एक भारतीय अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ थे. जाकिर हुसैन खान ने 13 मई 1967 से 3 मई 1969 को अपनी मृत्यु तक भारत के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया. जाकिर हुसैन खान भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे.जाकिर हुसैन खान ने साल 1957 से साल 1962 तक बिहार के राज्यपाल के रूप में और साल 1962 से साल 1967 तक भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया. वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सह-संस्थापक भी थे तथा उन्होंने इसके कुलपति के रूप में भी काम किया था. साल 1963 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. जाकिर हुसैन खान पद पर मरने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति थे.
3. सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन
4. वराहगिरी वेंकट गिरि
वराहगिरी वेंकट गिरि (10 अगस्त 1894 - 24 जून 1980) भारत के चौथे राष्ट्रपति थे. उनका कार्यकाल 24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974 तक का रहा. वे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुने जाने वाले एकमात्र राष्ट्रपति थे. साल 1974 में राष्ट्रपति के रूप में फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा उनको उत्तराधिकारी बनाया गया था. अपने पूर्ण कार्यकाल की समाप्ति के बाद, गिरि को भारत सरकार द्वारा 1975 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. गिरि की मृत्यु 24 जून 1980 को हुई.5. गोपाल स्वरूप पाठक (कार्यकाल – 31 अगस्त 1969 से 30 अगस्त 1974 तक)
गोपाल स्वरुप पाठक (24 फरवरी 1896 - 4 अक्टूबर 1982) अगस्त 1969 से अगस्त 1974 तक भारत के चौथे उपराष्ट्रपति थे. वो पहले ऐसे उपराष्ट्रपति थे जो अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद राष्ट्रपति नहीं बने.6. बी. डी. जट्टी (कार्यकाल – 31 अगस्त 1974 से 30 अगस्त 1979)
बासप्पा दानप्पा जट्टी (10 सितंबर 1912 - 7 जून 2002) भारत के पांचवें उपराष्ट्रपति थे. उन्होंने साल 1974 से साल 1979 तक भारत के उपराष्ट्रपति के पद पर अपनी सेवा दी. वह 11 फरवरी से 25 जुलाई 1977 तक भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति थे. इस पद पर मृदुभाषी जट्टी ने एक विनम्र शुरुआत की. उनका राजनीतिक करियर के पांच दशक के लंबा चला.7. मोहम्मद हिदायतुल्लाह (कार्यकाल - 31 अगस्त 1979 से 30 अगस्त 1984 तक)
मोहम्मद हिदायतुल्लाह (17 दिसंबर 1905 - 18 सितंबर 1992) ने 31 अगस्त 1979 से 30 अगस्त 1984 तक भारत के छठे उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था. 25 फरवरी 1968 से 16 दिसंबर 1970 तक भारत वे भारत के 11वें मुख्य न्यायाधीश थे. उन्होंने 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक और 6 अक्टूबर 1982 से 31 अक्टूबर 1982 तक भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया था. वह एक प्रख्यात विधिवेत्ता, विद्वान, शिक्षाविद्, लेखक और भाषाविद् थे.8. रामास्वामी वेंकटरमण
रामास्वामी वेंकटरमन (4 दिसंबर 1910 - 27 जनवरी 2009) एक भारतीय वकील, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ थे. रामास्वामी वेंकटरमण ने केंद्रीय मंत्री और भारत के आठवें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था. वेंकटरमण का जन्म मद्रास प्रेसीडेंसी के तंजौर जिले के राजामदम गांव में हुआ था. उन्होंने कानून का अध्ययन किया और मद्रास उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में प्रैक्टिस किया. छोटी उम्र में हीं वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए थे और एक कार्यकर्ता के रूप में काम करते थे और उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में भी भाग लिया था. वह चार बार लोकसभा के लिए चुने गए और उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया था. 1984 में, उन्हें भारत के सातवें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया और 1987 में, वे भारत के 8 वें राष्ट्रपति बने.
डेमोक्रेसी (लोकतंत्र) और डिक्टेटरशिप (तानाशाही) के बीच का अंतर |
9. शंकर दयाल शर्मा
शंकर दयाल शर्मा (19 अगस्त 1918 - 26 दिसंबर 1999) का जन्म भोपाल में हुआ था. उन्होंने साल 1992 से साल 1997 तक भारत के नौवें राष्ट्रपति के पद पर काम किया था. शंकर दयाल शर्मा भारत के आठवें उपराष्ट्रपति थे. वह भोपाल राज्य के मुख्यमंत्री (1952-1956) और कैबिनेट मंत्री (1956-1967) भी थे. साल 1972-1974 तक वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे और 1974 से 1977 तक केंद्रीय संचार मंत्री के रूप में सरकार कार्य किया था.इंटरनेशनल बार एसोसिएशन ने शंकर दयाल शर्मा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानून में उनके उत्कृष्ट योगदान और कानून के शासन के प्रति प्रतिबद्धता के लिए 'लिविंग लेजेंड्स ऑफ लॉ अवार्ड ऑफ रिकग्निशन' से सम्मानित किया था.
10. के. आर. नारायणन
कोचेरिल रमन नारायणन (27 अक्टूबर 1920 - 9 नवंबर 2005) एक भारतीय राजनयिक राजनीतिज्ञ थे. इन्होंने भारत के 10वें राष्ट्रपति (1997-2002) और भारत के 9वें उपराष्ट्रपति (1992-1997) के रूप में कार्य किया था.कोचेरिल रमन नारायणन का जन्म त्रावणकोर रियासत (वर्तमान कोट्टायम जिला, केरल) में उझावूर गांव के पेरुम्थानम में हुआ था. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से राजनीति विज्ञान का अध्ययन किया था. नारायणन ने नेहरू प्रशासन में भारतीय विदेश सेवा के सदस्य के रूप में भारत में अपना करियर शुरू किया. उन्होंने जापान, यूनाइटेड किंगडम, थाईलैंड, तुर्की, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका में राजदूत के रूप में कार्य किया था. उन्हें "देश के सर्वश्रेष्ठ राजनयिक" के रूप में भी संदर्भित किया गया है. उन्होंने इंदिरा गांधी के अनुरोध पर राजनीति में प्रवेश किया और लोकसभा के लिए लगातार तीन आम चुनाव जीते. उन्होंने प्रधान मंत्री राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में भी राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था. कोचेरिल रमन नारायणन उपराष्ट्रपति के पद को संभालने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति थे.
नारायणन को एक स्वतंत्र और मुखर राष्ट्रपति के रूप में माना जाता है जिन्होंने कई मिसाल कायम किए और भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद के दायरे को बढ़ाया. वे एक और नई मिसाल कायम करते हुए, पद पर रहते हुए मतदान करने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति बने.
11. कृष्ण कांत (कार्यकाल – 21 अगस्त 1997 से 27 जुलाई 2002)
कृष्णकांत (28 फरवरी 1927 - 27 जुलाई 2002) ने साल 1997 से अपनी मृत्यु तक भारत के दसवें उपराष्ट्रपति के पद पर कार्य किया. इससे पहले, वह 1990 से 1997 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल थे. वह चंडीगढ़ (1977-1980) से लोकसभा के सदस्य और हरियाणा से राज्यसभा के सदस्य (1966-1972, 1972-1977) भी थे.12. भैरों सिंह शेखावत
भैरों सिंह शेखावत (23 अक्टूबर 1925 - 15 मई 2010) भारत के 11वें उपराष्ट्रपति थे. उन्हें कृष्ण कांत की मृत्यु के बाद निर्वाचक मंडल द्वारा पांच साल के उपराष्ट्रपति के कार्यकाल के लिए चुना गया. अगस्त 2002 से उन्होंने इस पद पर कार्य किया. उन्होंने 1977 से 1980, 1990 से 1992 और 1993 से 1998 तक तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने 1952 से 2002 तक राजस्थान विधानसभा में कई निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया. उन्हें वर्ष 2003 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था.सामान्य हिंदी ई-बुक - फ्री डाउनलोड करें |
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13. मोहम्मद हामिद अंसारी
मोहम्मद हामिद अंसारी (जन्म 1 अप्रैल 1937) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा अधिकारी हैं, जिन्होंने 2007 से 2017 तक भारत के 12वें उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया. अंसारी 1961 में IFS में शामिल हुए थे. 38 साल के राजनयिक करियर में, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, ईरान और सऊदी अरब में भारतीय राजदूत के रूप में कार्य किया था. उन्होंने 1993 और 1995 के बीच संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में भी कार्य किया. उन्हें 2000 से 2002 तक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था. बाद में, वे 2006 से 2007 तक राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष थे. 10 अगस्त 2007 को उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया और 11 अगस्त 2007 को उन्होंने अपना पदभार ग्रहण किया. 7 अगस्त 2012 को उन्हें इस पद के लिए फिर से चुना गया और भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें शपथ दिलाई. उनका दूसरा कार्यकाल अगस्त 2017 में समाप्त हुआ.14. जजगदीप धनकड़ी
जजगदीप धनकड़ी का जन्म 18 मई 1951 में हुआ था वह अब भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए हैं, उपराष्ट्रपति के पद पर चुने जाने से पहले वह पश्चिम बंगाल के गवर्नर के रूप में कार्यरत थे और उससे पहले वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रह चुके हैं चंद्रशेखर की सरकार के समय वह भारत के चैट पर लेमन ट्री अफेयर मिनिस्टर भी रह चुके हैं।
14. जजगदीप धनकड़ी
जजगदीप धनकड़ी का जन्म 18 मई 1951 में हुआ था वह अब भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए हैं, उपराष्ट्रपति के पद पर चुने जाने से पहले वह पश्चिम बंगाल के गवर्नर के रूप में कार्यरत थे और उससे पहले वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रह चुके हैं चंद्रशेखर की सरकार के समय वह भारत के चैट पर लेमन ट्री अफेयर मिनिस्टर भी रह चुके हैं।