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1.इजराइल
विदेश मंत्री यायेर लपीद ने रूस की निंदा करते हुए यह भी कहा कि इजरायल के रूस और यूक्रेन, दोनों के साथ अच्छे रिश्ते हैं। इजरायल ने यूक्रेन के उपर रूस हमले को अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का उल्लंघन बताया। उन्होंने बताया कि उनके देश के यहूदी दोनों देशों में रहते हैं, और इजराइल के लिए यहूदियों की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है।
Source: Safalta
2.अमेरिका
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि "राष्ट्रपति पुतिन ने जानबूझकर युद्ध शुरू किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि दुनिया की प्रार्थना यूक्रेन की जनता के साथ है। इस युद्ध के चलते होने वाली जन हानी और बर्बादी का जिम्मेदार सिर्फ रूस को मना जाएगा। इसके साथ ही बाइडन ने यह भी कहा है कि अमेरिका और सभी साथी देश एक साथ संगठित होकर रूस को इसका जवाब देंगे।3.ब्रिटेन
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपन बयान में कहा है कि, "यूक्रेन में हो रही इस भीषण युद्ध घटना से मैं स्तब्ध हूं। इस युद्ध पर आगे क्या करना है, इसके लिए मैंने राष्ट्रपति जेलेन्स्की से बात की है। बिना किसी उकसावे के यूक्रेन पर जबर्दस्ती हमला करके राष्ट्रपति पुतिन ने खूनखराबे और बर्बादी को बढाया है। इस युद्ध से होने वाली जन-धन हानी का जवाब ब्रिटेन और हमारे सहयोगी साथी रूस को डटकर जवाब देंगे"।4.जर्मनी
यूक्रेन और रूस के इस भीषण युद्ध पर जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने कहा, "24 फरवरी की यह तारीख यूक्रेन के लिए भीषण और यूरोप के लिए मायूस करने वाली है। हम रूस के इस हरकत के बाद उस पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर सख्त प्रतिबंध लगाएंगे, ताकि रूसी समझ सके कि उसे इस हमले की बड़ी कीमत चुकानी होगी। पुतिन ने यह युद्ध शुरू करके बड़ी चूक की है। जर्मनी नाटो की कमिटमेंट के साथ खड़ा है और उसे पूर तरह मानता है।"5.चीन
विदेश मंत्री वांग यी ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से फोन पर बातचीत कि है। इसमें विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन इस बात को अच्छे से समझता है कि यूक्रेन मामले का अपना एक जटिल इतिहास है और यह उन दोनों का आपसी मामला है, इसके साथ ही चीनी रक्षा मंत्री ने लावरोव से यह भी कहा कि चीन सुरक्षा से जुड़ी रूस की जायज चिंताओं को भी समझता है। चीन ने यूक्रेन पर किए गए रूसी हमले को 'आक्रमण' कहे जाने का विरोध किया है।यह भी पढ़ें- जानिए रसिया और यूक्रेन के बीच विवाद का मुख्य कारण क्या है
6.फ्रांस
राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।
इस युद्ध पर राष्ट्र के नाम उनका एक संदेश टीवी पर भी प्रसारित हुआ।
इस बैठक में माक्रों ने कहा, कि"फ्रांस, यूक्रेन के साथ खड़ा है।" फ्रेंच विदेश मंत्री जॉं ईव लु द्रियॉं ने भी कहा कि फ्रांस, हर तरह से यूक्रेन को युद्ध में समर्थन देगा।
7.तुर्की
राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन ने यूक्रेन के उर रूस हमले की निंदा करते हुए टीवी प्रसारित अपने भाषण में कहा, है कि "हम यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करते हैं, एर्दोआन ने यह भी कहा कि रूस और यूक्रेन, दोनों से तुर्की के करीबी और अच्छे संबंध हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच हो रहे इ युद्ध संघर्ष को देखकर उन्हें बहुत निराशा हो रही है।8.कनाडा
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रूस के इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि है कि रूस को इस आक्रामकता के लिए दंड मिलेगी। ट्रूडो का कहना है कि "यूक्रेन के तरफ से बिना किसी उकसावे के किया गया यह हमला यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। हम रूस से यह अपील करते हैं कि वह अपनी सेना और प्रॉक्सी फोर्स को यूक्रेन से बाहर कर ले।"9.भारत
रूस यूक्रेन युद्ध पर अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान नहीं जारी किया है। मगर यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूएनएससी में भारत का रुख स्पष्ट करते हुए मौजूदा घटनाक्रम पर दुख जताते हुए तनाव को तत्काल खत्म करने की अपील की है। इसके साथ यह भी कहा है कि सभी संबंधित पक्षों की जायज सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए।यह भी पढ़े:- रूस- यूक्रेन युद्ध में कौन सा देश किसके साथ?
10.ईरान
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियां ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ईरान समस्या सुलझाने के लिए युद्ध का सहारा लेने में यकीन नहीं करता है।
ईरान ने नाटो के उकसावे को यूक्रेन संकट की जड़ बताते हुए राजनैतिक और कूटनीतिक समाधान की मांग की है।
11.इटली
प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने कहा कि यूक्रेन के सारे सहयोगी एकजुट हैं। यूक्रेन की संप्रभुता, यूरोपीय सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और साझा मूल्य बनाए रखने के लिए जो भी करना पड़े, वे सब साथ मिलकर करेंगे। पीएम द्रागी ने यूक्रेन पर भावना दर्शाते हुए यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि यूरोपीय संघ रूस पर कड़ी प्रतिबंध लगाए।12.दक्षिण कोरिया
प्रेसिडेंट मून जे-इन ने कहा कि उनका देश रूस पर लगाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय आर्थिक प्रतिबंधों का समर्थन करेगा। राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा है कि, "यूक्रेन की आजादी, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बरकरार रहनी चाहिए। ताकत का इस्तेमाल करके किसी भी देश निर्दोषों को नुकसान पहुंचाने का किसी हाल में समर्थन नहीं किया जा सकता है और इस युद्ध से केवल मासूम लोगों की जाने जा रही है।"यह भी पढ़े:- जानिए रूसी हमले के बाद वैश्विक शेयर बाजार का क्या हाल है
13.ग्रीस
यूक्रेन और रूसी युद्ध के बाद ग्रीस ने अपनी सेना और एनर्जी स्टाफ की इमरजेंसी मीटिंग रखी है।
इसमें प्रधानमंत्री किरयेकोस मित्सोताइकिस ने रूस के यूक्रेन के उपर हमला करने की निंदा की है।
ग्रीस के राष्ट्रपति कैटरीना सैकलारापुलू ने भी कहा है कि एक स्वतंत्र देश पर किए गए रूसी हमले की वह घोर निंदा करती हैं।
14.हंगरी
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने कहा कि यूरोपीय संघ और नाटो के साथ मिलकर हंगरी रूस के इस यूक्रेन के उपर हमले की निंदा करता है। उन्होंने यह भी कहा कि हंगरी के लिए अपने लोगों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। इसीलिए इस सैन्य संघर्ष से बाहर रहते हुए वह यूक्रेन को मानवीय मदद करने के लिए तैयार है।General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें
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